नेब्यूलाइजर, आक्सीजन और आक्सीजन लिक्विड में क्या अन्तर होता है ?
A. इसको कणित्र या तरल पदार्थ को सूक्ष्म कणों में बदलने वाला यंत्र कहते हैं।
B. नेब्यूलाइजर चिकित्सा जगत में एक ऐसा यंत्र है जिसका उपयोग दवा को सीधे फेफड़े में धूम के रूप में पहुंचाया जाता है।
मुख्य कार्य – 1.NEBULIZER एक ऐसा उपकरण है, जो लिक्विड दवा को धुंध की बूंदों में परिवर्तित करने के लिए एक छोटे कंप्रेसर का उपयोग करता है जिसे सीधे फेफड़ों में डाला जा सकता है।
2. चूंकि दवा सीधे लॉंग्स में जाती है, दवा की शुरुआत अक्सर कार्रवाई तेजी से होती है।
इसका उपयोग कोरोना के मरीजों के लिए नहीं किया जा सकता क्योंकि जितना आक्सीजन मरीज को चाहिए उतना नेब्यूलाइजर से नहीं मिल पाता है।

1. यह उपकरण वायुमण्डल से वायु को लेते है और उसमें से नाइट्रोजन (N2) को छानकर फेंक देती है तथा O2 को घना करके बढ़ा देती है।
2. इसकी शुध्दता 90-95% होती है ।
3. यह बैटरी तथा इलेक्ट्रिसिटी से चलने वाला यंत्र है जिसके कारण इसमें आक्सीजन सिलेण्डर की तरह खत्म नहीं होती है और 24 * 7 चलती रहती है।
4. इसके आक्सीजन (O2) देने की क्षमता 5 से 10 ली0 होती है लेकिन कोरोना के मरीज को जो एक गम्भीर स्थिति में होता है उसे 40 से 50 ली0 प्रति मिनट आक्सीजन की जरूरत होती है ।
LMO ( LIQUID MEDICINE OXYGEN)
Generally known as Liquid Oxygen
1. इसका प्रयोग सिरीयस मरीजों के लिए किया जाता है क्योकि इसमें हाई प्रेशर की वजह से एक मिनट में 40 से 50 लीटर आक्सीजन निकलता है ।
2. इसमें आक्सीजन की शुध्दता 99.5 प्रतिशत तक होती है जो किसी भी मरीज के लिए बहुत अच्छा है।
3. इसको पहले -185 0 C पर गैस से लिक्विड में बदला जाता है और एक टैंक स दूसरे टैंक में डिस्ट्रीब्यूटर तक पहुंचाया जाता है।
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